झारखंड विधानसभा चुनाव में जयराम महतो की पार्टी JLKM तेजी से उभर रही है. कुर्मी वोटों पर उनकी मजबूत पकड़ NDA और INDIA गठबंधनों के लिए चुनौती बन सकती है...
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Jairam Mahto |
झारखंड विधानसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है और राजनीतिक माहौल हर दिन गरमाता जा रहा है. 13 और 20 नवंबर को राज्य में दो चरणों में मतदान होगा, जबकि 23 को नतीजे सामने आएंगे. चुनावी जंग में इस बार भारतीय जनता पार्टी (BJP) और झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के बीच कांटे की टक्कर होने की उम्मीद है. लेकिन इन दो प्रमुख दलों के अलावा एक तीसरी ताकत भी तेजी से उभरकर सामने आ रही है - झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा (JLKM), जिसका नेतृत्व कर रहे हैं युवा नेता जयराम महतो.
जयराम महतो का उदय: नया राजनीतिक समीकरण
झारखंड की राजनीति में जातिगत समीकरण हमेशा से अहम रहे हैं. राज्य में 15% से अधिक कुर्मी मतदाता हैं, जो आदिवासी समुदाय के बाद सबसे बड़ी और प्रभावशाली जाति मानी जाती है. जयराम महतो खुद कुर्मी समुदाय से आते हैं और इसी वोट बैंक पर उनकी नजरें टिकी हैं. अपने जनाधार को लगातार बढ़ाते हुए जयराम महतो अब अब झारखंड की राजनीति में एक महत्वपूर्ण चेहरा बनकर उभरे हैं.